वेस्ट बंगाल रेनफॉल :
दिल्ली और उत्तर भारत के कई राज्यों में गर्मी सताने लगी है. बारिश और तूफान के सितम ने एयरपोर्ट के भीतर भी दस्तक दे दी और कुछ ही पल में एयरपोर्ट के स्लैब ने सरेंडर कर दिया. लेकिन हर किसी के मन में सवाल है कि जब इस समय ना मॉनसून आ रहा है और ना समंदर में हलचल है तो तेज हवाओं के साथ इतनी भयंकर बारिश पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर में क्यों हुई. लेकिन पूर्वी भारत की तस्वीर फिलहाल बिल्कुल अलग है.
पश्चिम बंगाल समेत पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में तेज बारिश के साथ तूफान ने कहर बरपाया है. जिससे कई जगहों पर भारी नुकसान हुआ है जबकि 5 लोगों की जान भी चली गई और 100 से ज्यादा घायल हैं. बारिश और तूफान ने गुवाहटी में उड़ान पर ब्रेक लगाया तो लोग एयरपोर्ट के अंदर इंतजार करने लगे.
मूसलाधार बारिश :
रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वोत्तर असम पर चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) बना हुआ है. इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से आर्द्र हवाएं (Humid Winds) देश के उत्तर-पूर्वी भागों में नमी ला रही हैं. इसी कारण से पश्चिम बंगाल से पूर्वोत्तर के राज्यों तक में मूसलाधार बारिश हो रही है.फिलहाल पश्चिम बंगाल समेत पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में हालात ऐसे ही रहने वाले हैं क्योंकि मौसम विभाग ने 5 दिन का ऑरेंज अलर्ट किया है. जिससे इन इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान जताया गया है. हालांकि, इसका कारण भी स्काईमेट वेदर रिपोर्ट में बताया गया है.
आंधी-तूफान का कहर :
जबकि कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हादसे की जानकारी मिलते ही पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी खुद जलपाईगुड़ी पहुंची और घायलों का हाल जाना.आंधी-तूफान ने पश्चिम बंगाल में भी जमकर कहर बरपाया. जलपाईगुड़ी और मैनागुड़ी में हालात बद से बदतर हो चुके हैं. जलपाईगुड़ी में कई लोगों की मौत हो चुकी है.
ढह गए कच्चे मकान तूफान में :
मणिपुर की राजधानी इम्फाल में भी ऐसी ही तस्वीर दिखी. जहां बारिश के साथ तेज आंधी से जान-माल का भारी नुकसान हुआ. लोगों के कच्चे मकान टूटे पड़े हैं, घरों का सामान बिखरा पड़ा है, फसल बर्बाद हो चुकी है.असम के जोरहाट में भी बारिश का असर दिखा. बिजली के खंभों ने तेज आंधी के सामने सरेंडर कर दिया है, रास्ते में पोल गिरे पड़े. किसी के कच्चे मकान की छत टूटकर गिर चुकी है और सामान खुले आसमान के नीचे भीग रहा है. असम ही नहीं बारिश और तूफान का कहर पूर्वोत्तर के कई राज्यों और पश्चिम बंगाल में भी दिखा.
तेज बारिश का सितम एयरपोर्ट पर :
प्रधानमंत्री ने अपनी पोस्ट में लिखा कि मेरी संवेदनाएं पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी-मैनागुड़ी इलाकों में तूफान से प्रभावित लोगों के साथ हैं. उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. अधिकारियों से बात की और उनसे भारी बारिश से प्रभावित लोगों को उचित सहायता सुनिश्चित करने को कहा. मैं बीजेपी कार्यकर्ताओं से प्रभावित लोगों की मदद के लिए अपील करता हूं. जान लें कि मूसलाधार बारिश की वजह से गुवाहटी एयरपोर्ट हिल स्टेशन में तब्दील हो गया.
एयरपोर्ट में मूसलाधार पानी बहने लगा. कुछ ही पल में एयरपोर्ट का फ्लोर लबालब पानी से भर गया. पानी के सामने सरेंडर करती हुई एयरपोर्ट के स्लैब दिखी. कैफेटेरिया की सीलिंग से पानी झरने की तरह बहने लगा. वहां मौजूद कर्मचारी वाइपर से पानी साफ करते दिखे. लेकिन पानी के इस सितम के सामने ये कोशिश नाकाफी नजर आई.पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि प्रशासन जरूरतमंद लोगों के साथ खड़ा रहेगा,
जो नुकसान हुआ है उससे हम वाकिफ हैं. सबसे बड़ी क्षति जो हुई है वो है जानमाल की हानि. मैं प्रशासन को उनके आपदा प्रबंधन प्रयासों के लिए धन्यवाद देती हूं. डॉक्टर, नर्स और अस्पताल कर्मचारी स्थिति को संभालने के लिए अच्छे से काम कर रहे हैं. बचाव कार्य पहले ही खत्म हो चुका है.वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पश्चिम बंगाल में तूफान से हुए नुकसान पर दुख जताया और हर संभव मदद का भरोसा दिया.