घर, दुकान, होटल या किसी भी तरह का कार्यस्थल हो, उस पर वृक्ष, मंदिर या किसी अन्य धार्मिक स्थल की छाया पड़ना स्वास्थ्य समस्याएं समस्याओं को बढ़ाने का कार्य करता है. विशेषकर, दिन के दूसरे और तीसरे पहर में ऐसी छाया का घर पर पड़ना अशुभ माना जाता है.
मकान की स्थिति :
वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी मार्ग या गली का अंतिम मकान या दक्षिण मुखी मकान के सामने सड़क का खत्म होना शुभ नहीं माना जाता है.
इस तरह की स्थिति में घर में निवास करने वाले लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यदि आप नया मकान लेने जा रहे है, तो घर से जुड़ी इन बातों का खास ध्यान रखें.
सोने के लिए सही दिशा :
पति-पत्नी को हमेशा दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए. इससे न केवल आपके स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि यह आपके मानसिक शांति और शारीरिक ऊर्जा को भी संतुलित करता है.
जिन लोगों की भी सूर्योदय से पहले उठने की आदत है, वह पूरब की ओर भी सिर करके सो सकते हैं.
वॉशरूम :
यदि टॉयलेट बनवा रहे है, तो कमोड का मुख उत्तर और पूरब दिशा की ओर न हो इस बात का खास ध्यान रखें.
इन दिशाओं में मल मूत्र त्यागने से व्यक्ति को आधासीसी रोग यानी कि माइग्रेन जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है.
घर का मध्य स्थान :
घर के मध्य स्थान को ब्रह्म स्थान कहते है, इसलिए इस स्थान पर कोई भी भारी सामान रखने से बचना चाहिए और न ही बोरिंग करानी चाहिए.
इस स्थान का प्रयोग डायनिंग टेबल रखने के लिए कर सकते हैं.
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