पुलिस की ओर से दर्ज मामलों के आधार पर ईडी ने यह कार्यवाही की है. ईडी का लखनऊ जोनल ऑफिस जल्द ही एल्विश से पूछताछ की तैयारी कर रहा है. ईडी ने एल्विश के खिलाफ 2 नवंबर को नोएडा में दर्ज मामले को आधार बनाते हुए मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है. लखनऊ यू ट्यूबर एल्विश यादव पर ईडी ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है.
बिग बॉस खिताब :
हालांकि वह सुर्खियों में तब आया, जब उसने ओटीटी पर बिग बॉस- 2 का खिताब जीत लिया था. इसके बाद उसके चाहने वालों की संख्या देशभर में तेजी से बढ़ी. बिग बॉस में जीतने के बाद गुरुग्राम में हुए सम्मान कार्यक्रम में खुद हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर पहुंचे थे. हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रहने वाले 26 वर्षीय यूट्यूबर एल्विश यादव का असली नाम सिद्धार्थ यादव है. एल्विश यादव यूट्यूब पर अपने वीडियोज की वजह से चर्चा में रहता था.
केस दर्ज होने :
पशु अधिकार से जुड़े मेनका गांधी के संगठन पीपल फॉर एनिमल्स (PFA) ने पिछले साल नवंबर इस संबंध में नोएका थाना सेक्टर 49 में नामजद एफआईआर दर्ज करवाई थी. इस रिपोर्ट में एल्विश यादव का नाम भी शामिल था. हालांकि वे जल्द ही तब विवादों में पड़ गए. जब नोएडा में उनके खिलाफ पार्टियों में सांपों का जहर सप्लाई करने का मामला दर्ज हुआ. US Universities : छात्रों का गुस्सा, क्या है विरोध की वजह, अमेरिकी विश्वविद्यालयों में क्यों उबल रहा है
पुलिस ने किया गिरफ्तार :
इसके बाद पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट पेश की, जिसमें एल्विश यादव और उनके साथियों पर पार्टियों में सांपों का जहर सप्लाई किए जाने का आरोप लगाया गया. इसके बाद नोएडा पुलिस की ढीली-ढाली जांच चलती रही. जब पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे तो आखिरकार इस साल 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने अरेस्ट कर लिया.
एंट्री, खंगालेगी मनी ट्रेल :
नोएडा में दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने एल्विश यादव के खिलाफ प्रिवेंशन मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) का केस दर्ज कर लिया है. अब ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच कर केस की तह में जाने की कोशिश करेगी. फिलहाल एल्विश को कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल चुकी है और वह जेल से बाहर है. लेकिन अब इस केस में केंद्रीय एजेंसी ईडी की भी एंट्री हो हो गई है.
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