अमेरिका परेशान! किम जोंग ने परमाणु हथियारों को दिया संवैधानिक दर्जा, कहा- ‘किसी को उल्लंघन की अनुमति नहीं’

सोवियत संघ उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियार की स्थिति को अपने संविधान का हिस्सा बना लिया है, राज्य मीडिया ने गुरुवार (28 सितंबर) को सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के हवाले से खबर दी. मंगलवार और बुधवार को हुई स्टेट पीपुल्स असेंबली की बैठक में किम ने कहा कि उत्तर कोरिया की परमाणु बल-निर्माण नीति को राज्य के बुनियादी कानून के रूप में स्थायी बना दिया गया है, जिसका उल्लंघन करने की किसी को भी अनुमति नहीं है

संविधान में परमाणु हथियारों को किया शामिल

किम ने कहा, ‘यह एक ऐतिहासिक घटना है जिसने राष्ट्रीय रक्षा क्षमताओं को उल्लेखनीय रूप से मजबूत करने के लिए एक शक्तिशाली राजनीतिक ताकत प्रदान किया है. उत्तर कोरिया की संसद अपने देश को परमाणु हथियार शक्ति के रूप में संविधान में दर्ज कर लिया है. राज्य मीडिया ने कहा कि उत्तर कोरिया ने अपने संविधान में परमाणु हथियारों को शामिल किया है. किम जोंग उन ने राज्य पीपुल्स असेंबली की बैठक में कहा कि डीपीआरके की परमाणु बल-निर्माण नीति को राज्य के बुनियादी कानून के रूप में स्थायी बना दिया गया है, जिसका किसी को भी उल्लंघन करने की इजाजत नहीं है. जानकारी के मुताबिक डीपीआरके देश के औपचारिक नाम का संक्षिप्त रूप है.

ये भी पढ़े मार्केट में जल्द लॉन्च होगा Vivo का शानदार स्मार्टफोन, कैमरा और बैटरी के मामले में है कमाल

दक्षिण कोरिया और अमेरिका परेशान

वहीं दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने चिंता व्यक्त की है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु मिसाइल कार्यक्रमों के लिए रूस से तकनीकी सहायता मांग सकता है, जबकि मास्को यूक्रेन पर अपने आक्रमण के लिए गोला-बारूद प्राप्त करना चाहता है. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने मंगलवार को प्योंगयांग को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के खिलाफ चेतावनी दी, जब सियोल ने एक दशक में पहली बार बड़े पैमाने पर सैन्य परेड का आयोजन किया. प्योंगयांग का आखिरी परमाणु परीक्षण 2017 में था, लेकिन उसने हाल के महीनों में परमाणु हथियारों के साथ बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है.

ये भी पढ़े Samsung को दिन में तारे दिखा देगा Itel का 50 MP कैमरा वाला सस्ता फोन, जानिए खासियत

सबसे खराब वास्तविक खतरा है, धमकी भरी बयानबाजी

सर्वोच्च नेता ने यूएस, दक्षिण कोरिया और जापान के बीच त्रिपक्षीय सहयोग की ‘नाटो के एशियाई-संस्करण’ के रूप में की. उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे ‘अमेरिका और पश्चिम की आधिपत्य की रणनीति के खिलाफ खड़े देशों के साथ एकजुटता को बढ़ावा दें. ‘उन्होंने कहा, ‘यह सिर्फ सबसे खराब वास्तविक खतरा है, धमकी भरी बयानबाजी या कोई काल्पनिक इकाई नहीं है.’

इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में हथियारों का परीक्षण हुआ

इस साल, उत्तर कोरिया ने रिकॉर्ड संख्या में हथियार परीक्षण किए हैं. समाचार एजेंसी एएफपी की गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक, प्योंगयांग 2017 के बाद अपना पहला परमाणु परीक्षण कर सकता है. 2006 के बाद से उसने कुल छह परमाणु परीक्षण किए हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *