Shiva Triad : कंबोडिया से हुई थीं चोरी, जाने पूरा मामला, अमेरिका ने भगवान शिव की प्राचीन मूर्तियां लौटाईं

एएफपी के मुताबिक मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन ब्रैग ने कहा कि प्राचीन कलाकृतियां की कीमत कुल 3 मिलियन डॉलर (₹25,02,08,850.00) आंकी गई है.न्यूयॉर्क के प्रॉसिक्यूटर ने शुक्रवार को कहा कि वे कंबोडिया और इंडोनेशिया को 30 एंटीक्विटीज (प्राचीन कलाकृतियां) लौटा चुके हैं. इन कलाकृतियों को अमेरिकी डीलरों और तस्करों के नेटवर्क ने लूट लिया था, बेच दिया था या अवैध रूप से ट्रांसफर कर दिया था.

27 क़लाकृतियां लौटाई गईं :

इनमें कंबोडिया से लूटा गया भगवान शिव – (तीन ब्रॉन्ज मूर्तियों का सेट) की मूर्ति और इंडोनेशिया से चुराए गए मजापहित साम्राज्य (13वीं-16वीं शताब्दी) के दो शाही शख्सियतों की एक पत्थर की बेस-रिलीफ शामिल है.ब्रैग ने एक बयान में कहा कि उन्होंने हाल में नोम पेन्ह (Phnom Penh) को 27 और जकार्ता को तीन कलाकृतियां लौटाई थीं.

लोगों पर लगाया गया आरोप :

दक्षिण पूर्व एशिया में चोरी की गई वस्तुओं की तस्करी का नेटवर्क चलाने का आरोप है. वह एक दशक से अधिक समय से ‘हिडन आइडल’ नामक अमेरिकी न्याय जांच टारगेट रहे हैं. एएफपी के मुताबिक ब्रैग ने कला डीलरों जिनमें सुभाष कपूर (एक भारतीय-अमेरिकी) और अमेरिकी नैन्सी वीनर पर प्राचीन कलाकृतियों की अवैध तस्करी का आरोप लगाया.कपूर, पर अपनी मैनहट्टन गैलरी में बिक्री के लिए US BANKING SYSTEM : डूब गया एक और बड़ा बैंक, रिपब्लिक फर्स्ट बैंक बंद, बड़े संकट की ओर बढ़ रहा अमेरिका

कपूर को 2011 में किया :

कपूर ने आरोपों से इनकार किया.ब्रैग ने बयान में कहा, ‘हम व्यापक तस्करी नेटवर्क की जांच जारी रख रहे हैं जो…दक्षिण पूर्व एंटीक्विटीज को निशाना बनाते हैं. स्पष्ट रूप से अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है.’न्यूयॉर्क एक प्रमुख तस्करी केंद्र है, और हाल के वर्षों में प्रतिष्ठित मेट्रोपॉलिटन म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट सहित संग्रहालयों और कलेक्टर्स से कई कलाकृतियां जब्त की गई हैं.

2011 में जर्मनी में गिरफ्तार किए गए कपूर को वापस भारत भेज दिया गया जहां उस पर मुकदमा चलाया गया और नवंबर 2022 में 13 साल जेल की सजा सुनाई गई. कलाकृतियों की तस्करी की साजिश के लिए अमेरिकी अभियोग पर प्रतिक्रिया देते हुए,

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