Medical Professions : NEET और MBBS डिग्री के बिना ये हैं मेडिकल प्रोफेशन, जानिए आपके लिए कौन सा सही है

भारत में जब मेडिकल की पढ़ाई की बात आती है तो दिमाग में NEET एग्जाम और MBBS सबसे पहले दिमाग में आते हैं, क्योंकि भारत में MBBS की ज्यादातर सीटों पर NEET एग्जाम पास करके ही एडमिशन मिलता है, हालांकि कुछ जगह पर MBBS में नीट के अलावा अपना एग्जाम कराया जाता है. लेकिन अगर नीट या MBBS के लिए होने वाले एग्जाम को क्वालिफाई नहीं कर पाते हैं और मेडिकल के फील्ड में काम करना चाहते हैं तो आपके पास और भी ऑप्शन में उन्हीं में से 4 ऑप्शन के बारे में हम यहां आपको बता रहे हैं. 

रेस्पिरेटरी थेरेपिस्ट (Respiratory Therapist) :

श्वास या दिल और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों वाले मरीजों की देखभाल करने में रेस्पिरेटरी थेरेपिस्ट विशेषज्ञ होते हैं. ये अस्पतालों, क्लीनिकों और घर पर मरीजों की देखभाल करते हैं.

रेस्पिरेटरी थेरेपिस्ट बनने के लिए आपको रेस्पिरेटरी थेरेपी में डिप्लोमा या ग्रेजुएशन की डिग्री की जरूरत होती है और साथ ही आपको नेशनल सर्टिफिकेशन एग्जाम भी पास करना होता है.

रेडियोलॉजिक टेक्नोलॉजिस्ट (Radiologic Technologist) :

रेडियोलॉजिक टेक्नोलॉजिस्ट, जिन्हें रेडियोग्राफर भी कहा जाता है, एक्स-रे, एमआरआई और सीटी स्कैन जैसे डायग्नोस्टिक इमेजिंग टेस्ट करते हैं. ये अस्पतालों, क्लीनिकों और डायग्नोस्टिक इमेजिंग सेंटर्स में काम करते हैं. रेडियोलॉजिक टेक्नोलॉजिस्ट बनने के लिए,

आपको रेडियोलॉजिक टेक्नोलॉजी में  डिप्लोमा या ग्रेजुएशन की डिग्री की जरूरत होती है और साथ ही आपको नेशनल सर्टिफिकेशन एग्जाम भी पास करना पड़ता है.

मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट (Medical Laboratory Technologist) :

मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट जटिल टेस्ट और प्रक्रियाएं करते हैं जो डॉक्टरों को बीमारियों का पता लगाने और उनका इलाज करने में मदद करती हैं. ये अस्पतालों, टेस्ट सेंटर्स (डायग्नोस्टिक लैब्स) और रिसर्च इंस्टीट्यूट्स में काम करते हैं.

मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट बनने के लिए आमतौर पर मेडिकल टेक्नोलॉजी या इससे जुड़े फील्ड में ग्रेजुएशन की डिग्री की जरूरी होती है.

ओक्युपेशनल थेरेपिस्ट (Occupational Therapist) :

ओक्युपेशनल थेरेपिस्ट मरीजों को रोजमर्रा की ज़िंदगी और काम करने के लिए जरूरी हुनर सीखने, दोबारा हासिल करने या बेहतर बनाने में मदद करते हैं. ये उन लोगों के साथ काम करते हैं जो चोट, दिव्यांगता या बीमारी से उबर रहे होते हैं.

ओक्युपेशनल थेरेपिस्ट बनने के लिए आपको ऑक्युपेशनल थेरेपी में मास्टर डिग्री की आवश्यकता होती है और साथ ही आपको नेशनल सर्टिफिकेशन एग्जाम भी पास करना पड़ता है.

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