आईआईएम और आईआईटी इंदौर ने मिलकर डेटा साइंस और मैनेजमेंट की दुनिया में एक नई शुरुआत की है. इस प्रोग्राम का नाम एमएसडीएसएम है और इसका मकसद डेटा साइंस और मैनेजमेंट के क्षेत्र में भविष्य के लीडर्स को तैयार करना है. प्रोग्राम में डेटा साइंस, मॉडलिंग, मशीन लर्निंग और एआई से लेकर डेटा विज़ुअलाइजेशन, कम्युनिकेशन, बिजनेस स्ट्रेटेजी, लीडरशिप, डेटा गवर्नेंस, एथिक्स तक कई विषय शामिल होंगे.
इस प्रोग्राम के चौथे बैच में 80 प्रतिभागी शामिल हुए हैं, जिनमें 30 फीमेल और 50 मेल प्रतिभागी हैं. इस प्रोग्राम के प्रतिभागियों का चयन देश के विभिन्न हिस्सों से किया गया है.
डेटा साइंस और मैनेजमेंट :
इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा कि हमें विविध अनुभवों को अपनाना चाहिए और एम्पथी बनाए रखनी चाहिए. प्रोफेसर ने प्रतिभागियों को अपने लक्ष्य को फॉलों करने के लिए प्रोत्साहित भी किया. वहीं आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रोफेसर सुहास जोशी ने कहा कि हमें डेटा साइंस और मैनेजमेंट के क्षेत्र में नवाचार करना चाहिए और भविष्य के लीडर्स को तैयार करना चाहिए. डेटा साइंस और मैनेजमेंट के क्षेत्र में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं.
ये क्षेत्र विभिन्न उद्योगों में डेटा से डिसिजन मेकिंग और समस्याओं का समाधान करने के लिए विशेषज्ञता प्रदान करता है. डेटा वैज्ञानिक, डेटा इंजीनियर, बिजनेस एनेलिटिक्स मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर, ऑपरेशनल मैनेजर, और फाइनेंस मैनेजर जैसे विभिन्न पदों पर नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं.
डेटा साइंस और मैनेजमेंट पेशेवरों की मांग :
आईटी कंपनियों, फाइनेंशियल संस्थानों, हेल्थकेयर कंपनियों, रिटेल कंपनियों और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में डेटा साइंस और मैनेजमेंट पेशेवरों की मांग है.
इस क्षेत्र में काम करने के लिए डेटा विश्लेषण और मॉडलिंग, मशीन लर्निंग और एआई, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन और कम्युनिकेशन, बिजनेस स्ट्रेटेजी और लीडरशिप, डेटा गवर्नेंस और एथिक्स जैसी स्किल्स की जरूरत होती है.
वहीं, डेटा साइंस और मैनेजमेंट पेशेवरों को औसतन 8 से 15 लाख रुपये प्रति वर्ष का वेतन मिलता है.